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फ़ज़ीलतें तथा आदाब - الصفحة 2
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3- अच्छे और बुरे साथी की मिसाल ऐसी है, जैसे कस्तूरी वाला और आग की भट्टी धौंकने वाला।
10- अल्लाह अपने बंदे से सबसे निकट रात के अंतिम भाग में होता है।
39- अच्छा सपना अल्लाह की ओर से है और बुरा सपना शैतान की ओर से है
40- अपनी ज़बान को काबू में रखो, अपने घर ही में रहा करो और अपने गुनाह पर रो लिया करो
46- अतुल्य विशेषता वाले लोग आगे हो गए।
50- मेरी उम्मत के सभी लोगों को माफ़ कर दिया जाएगा, सिवाय उनके जो खुलम-खुल्ला गुनाह करते हैं।
51- जो व्यक्ति दुनिया में किसी के दोष पर पर्दा डालेगा, अल्लाह क़यामत के दिन उसकी कमियों पर पर्दा डालेगा।
79- “इस संसार में ऐसे रहो जैसे कि तुम एक अजनबी हो या एक मुसाफ़िर।”
80- तुम्हारी ज़बान हमेशा अल्लाह के ज़िक्र से तर रहे।
84- ऐ लोगो! अल्लाह के सामने तौबा करो और उससे क्षमा माँगो, क्योंकि खुद मैं दिन में सौ बार तौबा करता हूँ।
88- फ़ितना के समय इबादत मेरी ओर हिजरत करने की तरह है।
91- जब तुममें से किसी को जमाही आए, तो अपना हाथ अपने मुँह पर रख ले, क्योंकि शैतान प्रवेश करता है।
93- मुसलमान को गाली देना फ़िस्क़ (घोर पाप) है, और उससे लड़ाई करना कुफ़्र है।
99- अल्लाह उस व्यक्ति की ओर नहीं देखेगा, जो अभिमान के कारण अपना कपड़ा लटकाकर चलता हो।